दोस्तो आज इस पोस्ट मे हम आपको crop insurance and cattle insurance के बारे मे बतायेगे। crop insurance यानी की फसल बिमा है और cattle insurance यानी की पशुधन बिमा है। इस पोस्ट मे हम आप्को इस दोनो तफावात समजायेगे।
Difference between crop insurance and cattle insurance
1 cattle insurance
- पशुधन बिमा में किसी किसान के पशु की मुत्यु या पशु की आय की हानि के विरुद्द महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रादान करते है ।
- पशु बिमा की योजना ग़्रामीण वर्ग़ो के लाभग्राहियो के लिये यह योजना लागू कि गई है ।
- पशुधन बिमा में खरीदे गई दुधारु पशुओ, बैलो, संकर नस्ल की गायो, उंट, भेड, बकरियो या मुर्गी के बच्चे यह सब बिमा योजना में आते है ।
- पशुधन बिमा योजना में पशुओ की किस कारण वर्ष आकस्मिक रुप से मुत्यु के हेतु लक्शी संरक्षण प्रदान करते है ।
- इस में लगभग 50% सब्सिडी केंद्र सरकार इस स्कीम में उपलब्ध करती है ।
- पशुधन बिमा भारत सरकार ने 1993-94 में सामान्य बिमा निगम के द्रारा कार्यान्वित कीया था ।
- हर वर्ष लगभग 160 – 170 लाख पशुओ का बिमा कीया जाता रहा है ।
2 crop insurance
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना यानी की प्राकृतिक आपदा आती है , कम वर्षा होती है , बाढ़, सूखा, कीट एवं व्याधि, भूस्खलन, तूफान, ओलावृष्टि, चक्रवात, आंधी आदि के परिणामस्वरूप हमे अधिसूचित फसल के खराब होने पर किसानों को वित्तीय सहायता के रुप में एवं बीमा कवरेज प्रदान करती है।
प्रीमियम दर:-
- किसानों द्वारा खरीफ फसलों के लिये 02 प्रतिशत रुप , रबी फसलों के लिये 1.5 प्रतिशत एवं वाणिज्यिक सरुप और बागवानी फसलों के लिये 05 प्रतिशत का प्रीमियम वहन किया जायेगा।
योजना में शामिल किये जाने वाले कृषक:-
- अधिसूचित क्षेत्रों में यानी ग्रामिण क्षेत्रों अधिसूचित फसल उगाने वाले सभी किसान को इस योजना में शामिल होने के पात्र मिलता है।
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